
संवाददाता: | 10.07.2025 | Mission Sindoor |
भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी भर्ती एजेंसी रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने एक बार फिर अपने संगठनात्मक कौशल और डिजिटल पारदर्शिता का परिचय देते हुए 55197 रिक्तियों के लिए 1.86 करोड़ से अधिक उम्मीदवारों का कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) सफलतापूर्वक आयोजित किया है। यह अभूतपूर्व परीक्षा प्रक्रिया नवंबर 2024 से लेकर जून 2025 तक चरणबद्ध रूप से आयोजित की गई। रेल मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, इस प्रक्रिया के माध्यम से 50,000 से अधिक नियुक्तियाँ वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्रदान की जाएंगी।
रेलवे भर्ती प्रक्रिया भारत की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है, जिसमें भाग लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या UPSC और SSC से भी अधिक होती है। आरआरबी द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 9,000 से अधिक उम्मीदवारों को पहले ही नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं, जो देश भर के विभिन्न रेलवे जोनों और विभागों में नियुक्त किए गए हैं।
CBT परीक्षा प्रक्रिया एक अत्यंत जटिल और समन्वयात्मक कार्य है। 1.86 करोड़ उम्मीदवारों के लिए समानांतर 7 अधिसूचनाओं के अंतर्गत परीक्षाओं का आयोजन करना एक प्रशासनिक चुनौती थी, जिसे RRB ने रणनीतिक योजना, तकनीकी एकीकरण और डिजिटल निगरानी के माध्यम से साकार किया। परीक्षाओं का सफल संचालन न केवल मानव संसाधन के कुशल प्रबंधन का प्रमाण है, बल्कि रेलवे की डिजिटलीकरण के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
इस विशाल परीक्षा प्रक्रिया की सबसे उल्लेखनीय पहल थी — परीक्षा केंद्रों का विकेंद्रीकरण। RRB ने इस बार महिला उम्मीदवारों और दिव्यांगजन को विशेष प्राथमिकता देते हुए अधिकतम उम्मीदवारों को उनके निवास स्थान के निकटतम परीक्षा केंद्र प्रदान करने का प्रयास किया। इससे न केवल उम्मीदवारों की सुविधा बढ़ी, बल्कि परीक्षा में शामिल होने की दर भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ी।
पारदर्शिता और सुरक्षा की नई तकनीकें
ई-केवाईसी आधारित आधार प्रमाणीकरण का उपयोग:
RRB ने 2024-25 के सत्र में पहली बार ई-केवाईसी आधारित आधार प्रमाणीकरण प्रणाली लागू की। इससे उम्मीदवारों की डुप्लीकेट प्रविष्टियों, जालसाजी और पहचान चोरी जैसी समस्याओं पर लगभग पूरी तरह अंकुश लग गया। रेल मंत्रालय के अनुसार, इस प्रक्रिया की सफलता दर 95% से अधिक रही, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उम्मीदवारों ने इस प्रणाली को सहज रूप से स्वीकार किया।
जैमर से नकल पर लगाम:
परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए RRB ने सभी परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल जैमर लगाए हैं। इससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से होने वाली नकल या बाहरी हस्तक्षेप की संभावना लगभग समाप्त हो गई है। रेल मंत्रालय ने कहा कि यह तकनीकी हस्तक्षेप अब सभी आगामी परीक्षाओं में अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा।
एआई आधारित निगरानी प्रणाली
इसके अतिरिक्त, कई परीक्षा केंद्रों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित निगरानी प्रणाली का भी प्रायोगिक प्रयोग किया गया। यह तकनीक चेहरे के भाव, आँखों की गतिविधि, और संदिग्ध व्यवहार को ट्रैक करने में सक्षम है। मंत्रालय के अनुसार, AI के सफल परीक्षण के बाद इसे अगले चरण में पूरे देश में लागू किया जाएगा।
भर्ती प्रक्रिया का विस्तार और भविष्य की योजनाएँ
वार्षिक कैलेंडर और अधिसूचनाएँ
रेल मंत्रालय द्वारा प्रकाशित RRB वार्षिक कैलेंडर 2024 के अनुसार अब तक 12 अधिसूचनाओं के माध्यम से कुल 1,08,324 रिक्तियों की घोषणा की जा चुकी है। इनमें से बड़ी संख्या में परीक्षाएँ पूरी हो चुकी हैं तथा मूल्यांकन प्रक्रिया अंतिम चरण में है। शेष पदों पर भर्ती आगामी महीनों में पूरी की जाएगी।
2026-27 के लिए लक्ष्य:
रेल मंत्रालय ने यह भी बताया कि आगामी वित्तीय वर्ष 2026-27 में 50,000 से अधिक नियुक्तियों की योजना बनाई जा रही है। ये नियुक्तियाँ विशेष रूप से तकनीकी, परिचालन, लोकोमोटिव, इंजीनियरिंग और सुरक्षा वर्गों के अंतर्गत होंगी, जिससे रेलवे के संचालन में आधुनिकता और दक्षता सुनिश्चित की जा सके।
क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक समावेशन:
भर्तियों में क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक प्रतिनिधित्व बनाए रखने के लिए RRB ने एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस और दिव्यांग कोटे का पूर्णतः पालन किया है। इसके साथ ही महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने हेतु अतिरिक्त सुविधाएँ और सुरक्षित परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था भी की गई है।
रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) – एक विस्तृत परिचय
स्थापना वर्ष: 1985
रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की स्थापना वर्ष 1985 में भारत सरकार के रेल मंत्रालय द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य भारतीय रेलवे में कार्यरत ग्रुप ‘सी’ और ग्रुप ‘डी’ श्रेणी के पदों के लिए एक केंद्रीकृत, पारदर्शी और सक्षम भर्ती प्रणाली तैयार करना था। इसके माध्यम से रेल मंत्रालय ने विभिन्न रेलवे ज़ोन में भर्ती प्रक्रिया को विकेंद्रीकृत किया, जिससे क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप भर्ती को संभव बनाया जा सके।
रेल मंत्रालय, भारत सरकार
RRB एक नियामक एवं कार्यकारी निकाय है जो सीधे भारतीय रेल मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। इसकी सभी प्रक्रियाएं, नियम और अधिसूचनाएँ रेल मंत्रालय की दिशा-निर्देशों के अनुसार तय की जाती हैं। यह बोर्ड रेल मंत्रालय को योग्य मानव संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है।
ग्रुप C और D कर्मचारियों की भर्ती
रेलवे भर्ती बोर्ड का प्रमुख कार्य भारतीय रेलवे में गैर-राजपत्रित पदों जैसे लोको पायलट, तकनीशियन, स्टेशन मास्टर, गार्ड, क्लर्क, ट्रैकमैन, गैंगमैन आदि की भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष, समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराना है। RRB भर्ती प्रक्रिया के प्रत्येक चरण—आवेदन, परीक्षा, मूल्यांकन, दस्तावेज़ सत्यापन और अंतिम नियुक्ति—का विस्तृत प्रबंधन करता है।
कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT), स्किल टेस्ट, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
RRB द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाएं आज पूरी तरह डिजिटल और बहु-स्तरीय हो चुकी हैं। पहला चरण कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) होता है, जिसमें अभ्यर्थियों की योग्यता और क्षमता का मूल्यांकन किया जाता है। कुछ पदों के लिए स्किल टेस्ट (जैसे टाइपिंग, टेक्निकल स्किल आदि) भी आयोजित किए जाते हैं। अंतिम चरण में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल टेस्ट होता है, जिसके बाद नियुक्ति पत्र जारी किए जाते हैं।
कुल क्षेत्रीय बोर्ड: 21
RRB का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है, और इसके अंतर्गत 21 क्षेत्रीय भर्ती बोर्ड कार्यरत हैं। इनमें प्रमुख बोर्डों में RRB प्रयागराज, RRB मुंबई, RRB चेन्नई, RRB कोलकाता, RRB बेंगलुरु, RRB गुवाहाटी, RRB अहमदाबाद आदि शामिल हैं। हर बोर्ड एक विशिष्ट रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है और उसी के अनुसार भर्ती संचालन करता है।
वर्ष 2024-25 में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी: 1.86 करोड़
2024-25 में RRB ने अभूतपूर्व स्तर पर भर्ती परीक्षाएं आयोजित कीं, जिनमें 1.86 करोड़ से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया। यह संख्या भारत की किसी भी अन्य सरकारी भर्ती एजेंसी से कहीं अधिक है और यह RRB की संगठनात्मक क्षमता और डिजिटलीकरण का प्रमाण है।
रिक्तियाँ (2024-25): 55,197
इस वर्ष RRB ने कुल 55,197 पदों के लिए सात अलग-अलग भर्ती अधिसूचनाएं जारी की थीं। इनमें से अधिकांश पदों के लिए परीक्षाएं पूर्ण हो चुकी हैं और पहले चरण में लगभग 9,000 से अधिक अभ्यर्थियों की नियुक्तियाँ भी हो चुकी हैं।
भविष्य की योजना (2026-27): 50,000+ नियुक्तियाँ
रेल मंत्रालय ने आगामी 2026-27 के लिए 50,000 से अधिक नई नियुक्तियों की योजना तैयार की है। इनमें तकनीकी, परिचालन, इंजीनियरिंग, सुरक्षा, और स्वास्थ्य विभागों के पद शामिल होंगे। यह पहल न केवल रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी, बल्कि रेलवे की कार्यक्षमता और आधुनिकता को भी मजबूती प्रदान करेगी।
आधार ई-केवाईसी, जैमर तकनीक, AI आधारित निगरानी
RRB ने परीक्षा प्रणाली में कई तकनीकी नवाचार किए हैं:
ई-केवाईसी आधारित आधार प्रमाणीकरण: उम्मीदवार की वास्तविक पहचान सुनिश्चित करने के लिए।
जैमर तकनीक: परीक्षा केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से धोखाधड़ी रोकने हेतु।
एआई आधारित निगरानी प्रणाली: परीक्षा के दौरान संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और रोकथाम के लिए।
इन तकनीकों के ज़रिए परीक्षा की निष्पक्षता, पारदर्शिता और सुरक्षा में ऐतिहासिक सुधार हुआ है।
महिला, दिव्यांग, ग्रामीण उम्मीदवारों को प्राथमिकता
RRB ने भर्ती प्रक्रिया को समावेशी बनाने की दिशा में भी कई सराहनीय कदम उठाए हैं:
महिला उम्मीदवारों को नज़दीकी परीक्षा केंद्र, शिशु देखभाल सुविधा जैसे लाभ।
दिव्यांग अभ्यर्थियों को सुलभ परीक्षा केंद्र, अतिरिक्त समय और स्क्राइब सुविधा।
ग्रामीण क्षेत्रों के उम्मीदवारों के लिए अधिक केंद्रों की स्थापना और भाषा विकल्प की सुविधा।