
भारत और सेशेल्स के बीच गहरे और बहुआयामी संबंधों की एक और मिसाल 26 जून से 30 जून 2025 के बीच देखने को मिली, जब भारतीय नौसेना का फ्रंटलाइन स्टेल्थ फ्रिगेट आईएनएस तेग सेशेल्स की राजधानी पोर्ट विक्टोरिया पहुँचा। यह यात्रा दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना की सक्रिय और सामरिक तैनाती का हिस्सा थी। चार दिनों तक चले इस दौरे में जहाज ने न केवल सामरिक गतिविधियों में हिस्सा लिया, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक स्तर पर भारत-सेशेल्स संबंधों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
यह दौरा इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि भारतीय नौसेना सिर्फ समुद्री सुरक्षा की प्रहरी ही नहीं, बल्कि भारत की सॉफ्ट पावर और ‘एक्ट ईस्ट’ व ‘सागर’ (Security and Growth for All in the Region) जैसी समुद्री कूटनीतिक पहलों की प्रतिनिधि भी है।
आईएनएस तेग: परिचय
आईएनएस तेग भारतीय नौसेना का तलवार श्रेणी का स्टेल्थ फ्रिगेट है, जिसे रूस के यंतर शिपयार्ड, कालिनिनग्राद में निर्मित किया गया था। यह युद्धपोत 2012 में नौसेना में शामिल हुआ और पश्चिमी नौसेना कमान के तहत सेवा दे रहा है। इसमें सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल, एंटी-सबमरीन टॉरपीडो, एडवांस रडार सिस्टम और एक इंटीग्रल हेलीकॉप्टर प्रणाली मौजूद है। यह युद्धपोत गश्ती, निगरानी, रक्षा, कूटनीतिक और आपदा राहत जैसे कई मिशनों में विशेषज्ञ है।
आगमन और भव्य स्वागत
आईएनएस तेग 26 जून 2025 को जब पोर्ट विक्टोरिया पहुँचा, तो उसे सेशेल्स रक्षा बलों, बंदरगाह अधिकारियों और भारत के उच्चायोग के अधिकारियों द्वारा पारंपरिक सैन्य सम्मान के साथ भव्य स्वागत प्राप्त हुआ। इस दौरान बंदरगाह पर दोनों देशों के झंडे हवा में लहरा रहे थे, और सांस्कृतिक भावनाएं उत्सवमयी थीं।
जहाज के कमांडिंग ऑफिसर ने सेशेल्स सरकार और सैन्य अधिकारियों के साथ औपचारिक मुलाकात की, जिनमें शामिल थे:
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मेजर जनरल माइकल रोसेट, चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (SPDF)
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श्री सिल्वेस्ट्रे राडेगोंडे, गृह मंत्री
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श्री कार्तिक पांडे, भारत के उच्चायुक्त (HCI)
सौहार्दपूर्ण बातचीत और द्विपक्षीय सहयोग
26 जून को आईएनएस तेग पर आयोजित स्वागत समारोह में भारतीय उच्चायोग और सेशेल्स सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की। इस अवसर पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच नौसैनिक सहयोग, क्षमता निर्माण, संयुक्त प्रशिक्षण, आतंकवाद और समुद्री अपराध से निपटने के उपायों पर विचार-विमर्श हुआ।
जहाज के चालक दल और अधिकारियों ने सेशेल्स रक्षा बलों के प्रतिनिधियों के साथ पेशेवर चर्चाओं में भाग लिया, जिससे पारस्परिक समझ और विश्वास को बल मिला।
योग दिवस: संस्कृति और स्वास्थ्य की सेतु
भारत की सॉफ्ट पावर का एक अन्य उत्कृष्ट उदाहरण 28 जून को देखने को मिला, जब अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” के अनुरूप एक भव्य योग सत्र का आयोजन जहाज पर किया गया। इस सत्र में सेशेल्स के नागरिक, भारतीय प्रवासी, दूतावास कर्मी और जहाज का चालक दल शामिल हुआ।
योग कार्यक्रम में न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक शांति और वैश्विक एकता का संदेश भी समाहित था। यह आयोजन दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत और मानव कल्याण की दृष्टि से अत्यंत प्रेरक था।
जन सहभागिता और भारतीय नौसेना की पहुंच
28 जून को आईएनएस तेग को आम नागरिकों और विशेष आमंत्रितों के लिए खोला गया। इस अवसर पर लगभग 200 आगंतुकों ने जहाज का दौरा किया। इनमे विद्यार्थियों, सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों, शिक्षकों और सेशेल्स के रक्षा बलों के कर्मियों सहित अनेक नागरिक शामिल थे।
आईएनएस तेग के अधिकारियों ने इन आगंतुकों को जहाज की कार्यप्रणाली, हथियार प्रणाली, नौवहन तकनीक और भारत की समुद्री भूमिका के बारे में जानकारी दी। इस दौरान भारतीय नौसेना के प्रति अत्यधिक सम्मान और जिज्ञासा देखी गई।
सांस्कृतिक संध्या: भारतीय रंगों की झलक
28 जून 2025 की शाम, आईएनएस तेग पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या इस यात्रा की एक प्रमुख विशेषता थी। इस भव्य आयोजन में निम्न प्रमुख अतिथि शामिल हुए:
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सेशेल्स के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF)
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विदेश और पर्यटन मंत्री
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कृषि और सामुदायिक कार्य मंत्री
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भारत के उच्चायुक्त
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मित्र देशों – फ्रांस, जापान, अमेरिका, श्रीलंका, इंडोनेशिया – के राजनयिक
इस अवसर पर भारतीय व्यंजनों, नृत्यों, संगीत और नौसेना बैंड की प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को मजबूत बनाने, साझा प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाने और समुद्री अपराध से निपटने हेतु सहयोग बढ़ाने पर बल दिया गया।
राष्ट्रीय दिवस पर भारतीय भागीदारी: परेड और फ्लाईपास्ट
सेशेल्स का 49वाँ राष्ट्रीय दिवस 29 जून 2025 को अत्यंत धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भारतीय नौसेना की मार्चिंग टुकड़ी और आईएनएस तेग के हेलीकॉप्टर द्वारा फ्लाईपास्ट इस समारोह की शोभा बढ़ाने वाले प्रमुख आकर्षण बने।
भारतीय टुकड़ी के अनुशासन, लयबद्ध मार्च और पेशेवर प्रस्तुति को दर्शकों और मीडिया द्वारा अत्यधिक सराहना प्राप्त हुई। यह सहभागिता भारत की सेशेल्स के प्रति कूटनीतिक प्रतिबद्धता और सम्मान का जीवंत प्रमाण थी।
EEZ गश्त: समुद्री सुरक्षा में सहयोग
30 जून से 2 जुलाई 2025 तक आईएनएस तेग ने सेशेल्स के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में सेशेल्स कोस्ट गार्ड (SCG) के कर्मियों के साथ संयुक्त समुद्री गश्त की। इस पहल का उद्देश्य था:
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अवैध, अप्रतिबंधित और अनियमित (IUU) मछली पकड़ने की रोकथाम
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सुरक्षित समुद्री मार्ग सुनिश्चित करना
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आर्थिक और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा
इस अभ्यास से भारत की ‘साझा समुद्री संसाधनों’ के संरक्षण की प्रतिबद्धता तथा समुद्री सतर्कता में सेशेल्स को सहयोग करने की तत्परता स्पष्ट हुई।
नौसैनिक कूटनीति और सामरिक महत्व
आईएनएस तेग की यह यात्रा भारत की नौसैनिक कूटनीति (Naval Diplomacy) का उत्कृष्ट उदाहरण थी। इसने यह दर्शाया कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र में केवल एक सुरक्षा प्रदाता नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद रणनीतिक साझेदार भी है।
भारत और सेशेल्स के बीच रक्षा सहयोग:
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संयुक्त प्रशिक्षण
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हथियार प्रणाली की आपूर्ति
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कोस्ट गार्ड को क्षमता निर्माण में सहायता
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समुद्री डोमेन जागरूकता (MDA) की साझेदारी
इन सभी प्रयासों से भारत हिंद महासागर क्षेत्र में स्थायित्व, समृद्धि और शांति को बढ़ावा दे रहा है।
सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का सशक्त उदाहरण
इस यात्रा के माध्यम से आईएनएस तेग ने सिर्फ रणनीतिक भूमिका ही नहीं निभाई, बल्कि सांस्कृतिक राजदूत की भूमिका भी अदा की। योग, भारतीय व्यंजन, पारंपरिक संगीत और रंगारंग कार्यक्रमों ने सेशेल्स की जनता के हृदय में भारत के प्रति गहरी आत्मीयता और सम्मान की भावना को पुनः पुष्ट किया।
रणनीतिक सन्देश: हिंद महासागर में भारत की उपस्थिति
सेशेल्स की भौगोलिक स्थिति हिंद महासागर में अत्यंत रणनीतिक है। यह अफ्रीका, मिडल ईस्ट और एशिया के बीच एक त्रिकोणीय व्यापारिक और सैन्य क्षेत्र में स्थित है। इस क्षेत्र में भारत की सक्रिय नौसैनिक उपस्थिति:
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चीन के विस्तारवाद को संतुलित करती है
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भारत की ऊर्जा आपूर्ति की रक्षा करती है
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समुद्री कानून के अनुपालन में सहयोग देती है
भविष्य की दिशा: सहयोग से स्थायित्व की ओर
आईएनएस तेग की इस यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि भारत और सेशेल्स दोनों मिलकर समुद्री सुरक्षा, स्थायित्व, जलवायु परिवर्तन, समुद्री संसाधनों के संरक्षण और आपदा राहत जैसे मुद्दों पर साथ काम करने को प्रतिबद्ध हैं।
यह यात्रा आने वाले वर्षों में:
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संयुक्त अभ्यासों की संख्या बढ़ाएगी
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सेशेल्स के तट रक्षक बलों के लिए प्रशिक्षण अवसरों का विस्तार करेगी
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रणनीतिक सहयोग को बहुआयामी बनाएगी
निष्कर्ष: एक मित्रता, अनेक आयाम
आईएनएस तेग की जून 2025 में सेशेल्स यात्रा केवल एक नौसैनिक कार्यक्रम नहीं थी, बल्कि भारत-सेशेल्स संबंधों का उत्सव थी। यह मित्रता समुद्र की लहरों के पार विश्वास, सहयोग और साझेदारी के सेतु को और भी दृढ़ करती है।
यह दौरा दर्शाता है कि भारत अब क्षेत्रीय सुरक्षा प्रदाता के रूप में स्थापित हो चुका है और उसकी नौसेना न केवल युद्धपोतों की ताकत है, बल्कि शांति, सहयोग और संस्कृति का दूत भी है।